🔥 मौजूदा हालात
- ईरान और इज़राइल के बीच सीधा युद्ध अब चौथे दिन में पहुंच चुका है। दोनों देशों के बीच मिसाइल और ड्रोन हमलों का सिलसिला जारी है।
- इज़राइल ने ईरान के ऊपर 100 से ज़्यादा ठिकानों पर हमला किया है, जिनमें नतांज़ और इस्फ़हान के परमाणु ठिकाने, मिसाइल लांचर, कुद्स फोर्स कमांड सेंटर और सरकारी टीवी चैनल शामिल हैं।
- जवाब में ईरान ने 300 से ज्यादा मिसाइलें और दर्जनों ड्रोन इज़राइल पर छोड़े, जिनमें तेल अवीव, हैफा, पेताह टिकवा, और बियरशेवा जैसे बड़े शहर निशाने पर रहे।
🧮 मौतें और नुकसान
- ईरान का दावा है कि इस हमले में 224 से ज्यादा लोग मारे गए, जिनमें वैज्ञानिक, सेना अधिकारी और आम नागरिक शामिल हैं।
- इज़राइल में अब तक 24 आम नागरिकों की मौत की पुष्टि हुई है, कई लोग घायल हैं।
- तेहरान में ईरानी सरकारी टीवी पर हमले के दौरान लाइव ब्रॉडकास्ट के समय धमाका हुआ, जिससे बड़ी संख्या में लोग मारे गए।
✈️ सैन्य गतिविधियाँ
- इज़राइल ने तेहरान के ऊपर वायु नियंत्रण (Air Superiority) हासिल करने का दावा किया है।
- ख़ुफ़िया रिपोर्ट के मुताबिक, मोसाद (इज़राइली खुफिया एजेंसी) ने ईरान के अंदर कई मिसाइल लांचरों को ड्रोन के ज़रिए पहले ही निष्क्रिय कर दिया था।
- ईरान ने चेतावनी दी है कि अगर युद्ध जारी रहा तो वह Nuclear Non-Proliferation Treaty (परमाणु अप्रसार संधि) से बाहर आ सकता है।
🌍 वैश्विक प्रतिक्रिया
- ईरान ने सऊदी अरब, क़तर और ओमान जैसे देशों से अनुरोध किया है कि वे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मध्यस्थता के लिए मनाएँ।
- दुनिया भर के बाज़ारों में उथल-पुथल: तेल की कीमतें बढ़ गई हैं और मध्य-पूर्व में हवाई यात्रा पर असर पड़ा है।
- ब्रिटेन, जर्मनी सहित कई देशों ने अपने नागरिकों को ईरान-इज़राइल क्षेत्र से निकालना शुरू कर दिया है।
- संयुक्त राष्ट्र और G7 देशों ने युद्ध को रोकने की अपील की है।
📌 आगे क्या हो सकता है?
- क्या ग़ल्फ देशों की मध्यस्थता से संघर्ष को रोका जा सकेगा?
- क्या इज़राइल अब ईरान के और भी गहरे परमाणु ठिकानों (जैसे फोर्डो) पर हमला करेगा?
- युद्ध का वैश्विक असर: तेल संकट, हवाई यात्रा में बाधा और आर्थिक मंदी का ख़तरा बढ़ रहा है।